.....बच्चों को सीख दे रहे है एसडीओपी....
.....छात्र - छात्राओं को भटकाव से रोकने के लिए एसडीओपी की पहल....
...एसडीओपी ने कहा - विद्यार्थियों को अच्छा नागरिक बनने तथा बाल अपराध से रोकना उद्देश्य ....
पोहरी( ऊष्मा की आवाज)
अपराधियों को पकड़ने और अपराध रोकने के साथ अब पोहरी पुलिस ने स्कूली बच्चों को पढ़ाने और जागरुक करने का काम शुरू किया है। बच्चों को एक बेहतर नागरिक बनाना और उन्हें भटकाव से रोकना पुलिस के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। पोहरी पुलिस एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया की इस पहल का असर शासकीय स्कूल भटनवार में देखने को मिला है। जहां के बच्चों को पढ़ाने और जागरुक करने का काम पोहरी एसडीओपी ने किया है। आने वाले दिनों में अन्य स्कूलों में भी एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया यह काम करेंगे
एसडीओप के अनुसार पोहरी क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में जा कर एसडीओपी पाठशाला लेने का कार्य कर रहे है एसडीओपी का प्रयास है कि बच्चों के आचरण में सुधार हो और उनमें गलत चीजों को लेकर भटकाव न आए। वही अक्सर स्कूली बच्चों में गलत आदतों की तरफ झुकाव देखा जा जाता है। ऐसे में उन्हें इससे रोकना पुलिस की भी जिम्मेवारी है। स्मार्ट फोन भी बच्चों के लिए खतरनाक है। एंड्रायड मोबाइल का इस्तेमाल सही कार्यों में करने की एसडीओपी द्वारा सलाह दी जा रही है।
छात्र छात्राओं से पुलिस कार्यप्रणाली समझाने पर ज्यादा जोर दे रहे है एसडीओपी....
एसडीओपी भदौरिया द्वारा स्कूलों में छात्र छात्राओं को पुलिस विभाग में जाने के लिए भी जोर दे रहे है। एसडीओपी सुजीत भदौरिया का मानना है कि स्कूलों में लगातर संवाद से छात्र-छात्राएं भयमुक्त वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। पुलिस से मित्रवत संबंध बनेगा। पुलिस अधिकारी छात्र-छात्राओं से अपना अनुभव साझा करेंगे। इससे विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ेगा। आने वाले समय में वह पुलिस का सहयोगी बनेंगे।